अफशां एक खतरनाक औरत, जवान लड़कों को फंसाती से जाल में


नामः अफशां जबीन उर्फ निकी जोसेफए उम्ररू 37 साल।
गुनाहः आतंकी संगठन में भर्ती के लिए युवकों को उकसाना। 
अंजामः जेल की सलाखों के पीछे। जी हा! फोटो में दिख रही इस महिला का प्रोफाईल कुछ ऐसा ही है। आइएस की पहली भारतीय एजेंट खतरनाक इरादों की वारिस अफशां फेसबुक के जरिए नौजवान युवकों को फंसाने का जाल बिछाती थी ओर उन्हें सीरिया ओर इराक में जड़े जमा चुके खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ;आइएस के लिए जिहादी बनाकर भर्ती कराती थी। वह न सिर्फ ऑनलाइन भर्ती कर रही थी बल्कि आइएस के खूंखार इरादों ओर कारनामों का प्रचार भी करती थी। झूठे ढंग से खुद को ब्रिटिश नागरिक बताने वाली अफशां हैदराबाद की रहने वाली थी। उसने इंटर आबूधाबी से किया ओर पुनः इंडिया आ गई। बाकी पढ़ायी कर वह यूएई चली गई। दुबई भी उसका ठिकाना था। अफशां खुफिया एजेंसियों के रडार पर तब आयी जब आतंकी संगठन के लिए काम करने वाले अमेरिका से आए एक इंजीनियर सलमान को हैदराबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। उसने ही अफशां के कारनामें बताये। उसे संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित कर गिरफ्तार किया गया। इन्वेस्टीगेशन एजेंसीज की पूछताछ के बाद यह महिला सलाखों के पीछे अपने गुनाहों की तौबा कर रही है।

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